जगदानन्द झा ‘मनु’
बीसटा हाइकू
१
अन्हार मेघ
आश नेने आयल
धान होयत
२
खेतक आरि
सिकुड़ल जाइए
भूख नै बुझै
३
कऽल चलने
इनार डुबि गेल
मटिक तऽर
४
फाटल पैरे
आरिपर चलली
ढ़ाकी नेने के
५
आमक गोपी
हरलक हमर
छनमे मोन
६
यादि अबैए
करीनक पटोनी
धान खेतमे
७
कोदारि पारि
बाबू केलनि खेती
हमरे लेल
८
खूरपी ढ़ाकी
ल क काकी चलली
राज काजमे
९
खैनी चुना क
ठोरमे नुकोलनि
डाक्टर काका
१०
दुराक घूर
आ दिल्लीक संसद
बहस एक्के
११
साँप घुमै छै
गामक घरे-घर
लोक कतय
१२
पढ़ुवा काका
आरि छिलैत छथि
कालू खेतक
१३
हर बहब
प्रदेश रहबसँ
बेसी बढ़ियाँ
१४
छोटकी काकी
असगर घरमे
बेटा प्रदेश
१५
गामक लोक
अपनत्व बुझै छै
सिटीक पाइ
१६
गाम हमर
करेजमे बसल
ई के बुझतै
१७
एखनो धरि
आम जामुन केरा
गाममे मुफ्त
१८
बाँसक बीट
उपटल जाई छै
गाम गाममे
१८
बाटमे कादो
की कादोमे बाट छै
कते गामक
२०
गाम घुमलौं
गोजगरा रातिमे
मखान लेल
-जगदानन्द झा ‘मनु’, मो० न० ९२१२ ४६ १००६
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