अंक ४१९ पर टिप्पणी
प्रणव कुमार झा
[विदेह नारायण जी चौधरी विशेषांक पर मंतव्य]
हाले में ब्लूम्बर्ग के देल एकटा इंटरभ्यु में एकटा सवाल के जवाब में सीडीएस जनरल अनिल चौहान कहलखिन जे बिमान गिरनाई महत्वपूर्ण प्रश्न नै छैक अपितु महत्वपूर्ण ई थीक जे ओ कोना गिरल, हमसब एकर हल तुरत खोजलहु आ रननीति में आवश्यक बदलाव क के बहुत जल्दीए दुश्मन पर बढ़त लेलहुँ। किछु विशेषांक एहन होइत छैक जे कोना निकलल आ कहिया निकलल से बेसी महत्वपूर्ण विषय भ जाय छैक। विदेह नारायण जी चौधरी विशेषांक के ऐ दृष्टिकोण से देखल जा सकय अछि। ऐ विशेषांक के व्यक्ति आ विषय दुनू साहित्येत्तर अछि मुदा मिथिला के भौगोलिक, आर्थिक सामाजिक महत्व से जुड़ल विषय ताही दुआरे हमरा अनुसार एकटा महत्वपूर्ण विशेषांक कहल जा सकय अछि आ हमरा लागय अछि जे एकरा बेसी से बेसी मिथिला क्षेत्र के लोक खास क के युवा आ जनसेवा के क्षेत्र मे कार्यरत लोक सभ तक प्रचारित प्रसारित करबाक चाहि जाहि से लोक सभ मे नै खाली जल प्रबंधन संबन्धित चेतना के प्रस्फुटन होय अपितु ऐ क्षेत्र मे कार्यरत लोक के बेसी से बेसी पहचान आ सम्मान भेटय संगे एहि क्षेत्र मे अपन अपन स्तर पर कार्यरत लोक सभ के सेहो एक दोसरा से जुड़s के आ प्रोत्साहित हेबाक अवसर सेहो भेटय। ऐ अंक मे विदेह नै खाली साहित्येत्तर व्यक्ति आ विषय के महत्व देलक अपितु भाषा के सीमा से ऊपर मिथिला के महत्वपूर्ण विषय जल संरक्षण आ प्रबंधन के देलक अछि। स्वाइत मिथिला मे जल प्रबंधन के लs कs सजग आ स्वतंत्र विचारक रणधीर झा के अङ्ग्रेज़ी लेख के सेहो विशेषांक मे शामिल कैल गेल छैक। विशेषांक मे डॉ० शिव कुमार मिश्र, अजित झा के लेख से कै टा नव जानकारी भेटल। नारायण जी के हुनका काज लेल सम्मानित करबाक वाकया सेहो आ इहो जे ओ अपन अभियान मे अपन टीम के कतेक महत्व दैत छथीन। निश्चिते कोनो पैघ अभियान निक टीम वर्क के बिना सफल नै भs सकय अछि। विदेह के विशेषांक मे नारायण जी के संग टीम के परिचय देनाई बहुत निक लागल। सामाजिक विषय पर डॉ० कैलाश कुमार मिश्र आ हितनाथ जी के लेख रुचिगर लागल। डॉ० धनाकर ठाकुर के आशीर्वाद आ समर्थन सेहो ऐ विशेषांक के मार्फत नारायण चौधरी के भेटलई, ई निक गप्प। मिथिला के महत्वपूर्ण मुद्दा आ विषय पर एहिना विमर्श होइत रहबाक चाहि। जय मिथिला।
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