२.गद्य
२.१.ग्रुप कैप्ट (डा.) वी एन झा- अंतरिक्ष मे उपग्रह (सॅटॅलाइट) टकराव के आशंका
२.२.परमानन्द लाल कर्ण-चैत मासक एकादशीक माहात्म्य
२.३.कुन्दन कर्ण- दोहैनि (बीहनि कथा)
२.४.लालदेव कामत-गूलो'क स्वच्छ चरित्र/ पोथी चर्चा: मंथन
२.५.रबीन्द्र नारायण मिश्र- ठेहा परक मौलाएल गाछ (धारावाहिक)
२.६.कुमार मनोज कश्यप-पेट-बोनिया
२.७.निर्मला कर्ण अग्निशिखा- ३७
२.८.प्रमोद झा 'गोकुल'-ओलतिक पानि (बीहनि कथा)
२.९.डॉ किशन कारीगर- मैथिल पेटपोसुआ के गोंधियागिरी
२.१०.फगुआ उपाधि २०२४-प्रस्तुति टीम विदेह
३.पद्य
३.१.कल्पना झा- अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस
३.४.पवन मिश्र "गोनौली"- फगुआ मे गाम
३.५.आचार्य रामानंद मंडल- मचे होरी/ होरी
(c)२०००- २०२४। विदेह: प्रथम मैथिली पाक्षिक ई-पत्रिका (since 2000) ISSN 2229-547X VIDEHA (since 2004). सम्पादक: गजेन्द्र ठाकुर। Editor: Gajendra Thakur. In respect of materials e-published in Videha, the Editor, Videha holds the right to create the web archives/ theme-based web archives, right to translate/ transliterate those archives and create translated/ transliterated web-archives; and the right to e-publish/ print-publish all these archives. रचनाकार/ संग्रहकर्त्ता अपन मौलिक आ अप्रकाशित रचना/ संग्रह (संपूर्ण उत्तरदायित्व रचनाकार/ संग्रहकर्त्ता मध्य) editorial.staff.videha@gmail.com केँ मेल अटैचमेण्टक रूपमेँ पठा सकैत छथि, संगमे ओ अपन संक्षिप्त परिचय आ अपन स्कैन कएल गेल फोटो सेहो पठाबथि। एतऽ प्रकाशित रचना/ संग्रह सभक कॉपीराइट रचनाकार/ संग्रहकर्त्ताक लगमे छन्हि आ जतऽ रचनाकार/ संग्रहकर्त्ताक नाम नै अछि ततऽ ई संपादकाधीन अछि। सम्पादक: विदेह ई-प्रकाशित रचनाक वेब-आर्काइव/ थीम-आधारित वेब-आर्काइवक निर्माणक अधिकार, ऐ सभ आर्काइवक अनुवाद आ लिप्यंतरण आ तकरो वेब-आर्काइवक निर्माणक अधिकार; आ ऐ सभ आर्काइवक ई-प्रकाशन/ प्रिंट-प्रकाशनक अधिकार रखैत छथि। ऐ सभ लेल कोनो रॉयल्टी/ पारिश्रमिकक प्रावधान नै छै, से रॉयल्टी/ पारिश्रमिकक इच्छुक रचनाकार/ संग्रहकर्त्ता विदेहसँ नै जुड़थु। विदेह ई पत्रिकाक मासमे दू टा अंक निकलैत अछि जे मासक ०१ आ १५ तिथिकेँ www.videha.co.in पर ई प्रकाशित कएल जाइत अछि। The contents and documents e-published by Videha (since 2000) ISSN 2229-547X VIDEHA (since 2004) are periodically being checked for accessibility issues. People with disabilities should not have difficulty accessing these contents/ documents.