प्रथम मैथिली पाक्षिक ई पत्रिका

विदेह नूतन अंक
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१४.उदय चन्द्र झा विनोद -लेख-रेख (अनुशीलनक एक विलक्षण बानगी)

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उदय चन्द्र झा 'विनोद'-संपर्क-9430827472

लेख-रेख  (अनुशीलनक एक विलक्षण बानगी)

सन्तोषक बात अछि जे पोथी-प्रकाशनक स्थिति मैथिली मे आब कमजोर नहि रहल। हमरा सनक देहाती सँ सेहो प्राप्त पुस्तक मे सँ अनेक अपठित रहि जाइत अछि। नव-पुरान रचनाकारक पुस्तक लगातार आबि रहल अछि मुदा तकर सम्यक समीक्षा नहि ' पबैत अछि। समालोचनाक अभाव मे नीक-बेजाय बेरयबाक काज शेष रहि जाइत अछि। कहबाक प्रयोजन नहि जे समीक्षा एक विशेष काज थिक तकरा लेल पढबाक प्रवृत्ति संग विवेचना-विश्लेषण करबाक योग्यता चाही। कारयित्री प्रतिभा कनेमने नैसर्गिक होइछ अवश्य मुदा समीक्षा करबाक योग्यता अर्जित कैल जाइछ। मैथिली मे समालोचना विधाक दुर्बलताक कथा जानि नहि कहिया सँ कहल जाइत रहल अछि। अपर आचार्य रमानाथ झा हम सभ अद्यावधि अर्जित नहि 'सकल  छी।

एहि विधा मे प्रयास नहि भेल अछि से बात नहि। मोहन भारद्वाज कयलनि, रमानन्द झा रमण करैत आबि रहल अछि, तारानन्द वियोगी धमक देलनि अछि मुदा अपेक्षित मात्राक एखनो प्रतीक्षा अछि। अधिक छिटफुटे प्रयास, उपलब्धि नहि कोनो खास। प्रसन्नताक बात थिक जे सोशल मीडियाक प्रतापे एहि दिशा मे प्रयास होइत रहैत अछि। एहने एक प्रयासक प्रतिफल थिक हितनाथ झाक सद्यःप्रकाशित पुस्तक लेख-रेख।अपन गाम कोइलखक सारस्वत साधकक विषयक पुस्तक कोइलख हिनक अध्ययनशीलता क्षमताक परिचय देने छल। एहि पुस्तक मे संकलित वस्तु के एक ठाम पढने से भाव आर पुष्ट भेल अछि। विशिष्ट भेल छथि लेखक, बड काजक काज कयलनि अछि।

लेख-रेख यद्यपि समीक्षाक पोथी नहि ' सकल अछि तथापि संतावन नूतन पुस्तक एक पत्रिकाक आत्यन्तिक परिचय रचनाकारक वृत्त परिधिक उत्तम विस्तार देबा मे सर्वथा समर्थ भेल अछि। भाषा कथ्यक उपस्थापन विलक्षण अछि, विश्लेषणो अछि थोड-बहुत, व्यापक अनुशीलन अछि। हिनक दृष्टि जे निकाल बाहर कयलक अछि, तकरा जाहि व्यवस्थाक संग रखलक अछि जतबा निष्पत्ति देबा मे जहाँ-तहाँ समर्थ भेल अछि से निश्चयतः श्लाघनीय। कहबाक जे ढंग छनि, हिनक लेखकक जे रंग छनि तकर हम प्रशंसा करैत छी। एहने लोक नीक समालोचक होइत अछि। संतुलन चाही अन्यथा देखिते हेबै जे कतबा लोक गोत्रवाद क्षेत्रवाद मे बाझि अपना लेखकक संग समीक्षाक श्राद्ध ' बैसैत छथि। मित्रवर ललितेश मिश्र के पोथी-प्रसंग पढि मोन कचकि उठल। पुस्तकक स्वागत हमर आशीष कारण से छोडि आर किछु देबाक योग्यता कहाँ।

(फेसबुकसँ साभार)

 

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